The Meccan Revelations: al-Futuhat al-Makkiyya

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و فيه علم المفاضلة في كل شيء بين اللّٰه و بين خلقه و فيه علم ما ينتجه الاعتراف بالحق عند اللّٰه و فيه علم الحكم بالاختيار هل يقدح في العدل أم لا و فيه علم الفرق بين من علم الشيء عن جهل و بين من علمه عن نسيان و ما صفة أهل التذكر من صفة غيرهم و فيه علم الإخلاص ممن أو في حق من و فيه علم ما يكره و ما يحب و هل عين ما يكرهه زيد هو عين ما يحبه عمرو أم لا و فيه علم ما ينفرد به الحق دون الخلق هل يعلم ذلك أم لا و هل يمكن الوصول إليه بعناية إلهية من تعريف أم لا و ما المانع إن امتنع ذلك و فيه علم منزلة الإمام العادل و مرتبته و فيه علم أحوال المحجوبين عن اللّٰه بالظلمة دون النور و علم المحجوبين عن اللّٰه بالنور دون الظلمة و علم المحجوبين عن اللّٰه بالنور و الظلمة معا و هل هذه الحجب رحمة بالمحجوبين أو حجب بعد و فيه علم ما يتوجه على الأعضاء من التكاليف و فيه علم الاعتبار و التفكر و فيه علم تأييد أهل العناية الإلهية بما ذا يؤيدهم و في أي موطن يؤيدهم و ما السبب الموجب لتسليط أعدائهم عليهم و تمكنهم منهم و لما ذا استند المعتدي عليهم هل يستند لأمر وجودي إلهي أو لأمر وجودي نفسي و فيه علم ما أنت إذا رأيته قلت فيه إنه حق ثم تقول فيه إنه باطل ثم تقول فيه إنه باطل حق ثم تقول فيه إنه لا باطل و لا حق ثم تقول فيه لا أدري ما هو فعوده إلى الجهل به هل هو عين العلم بذلك الأمر أو يمكن الوصول إلى العلم به و لكن هذا ما وصل فنطق بنعته لا بنعت ما تكلم فيه و فيه علم الإنصاف من غير تعصب و ما حضرته و تسكين الغضب من الغاضب بلطف من المسكن لا بقهر فإن القهر لا يسكن الغضب و إنما يخفى حكمه لسلطان القهر عليه و فيه علم إحاطة الملائكة بالعالم يوم يصفون و هم اليوم على تلك الصورة و علم الفرق بين حكمهم فينا اليوم و بين حكمهم في ذلك اليوم و الصفة واحدة من الإحاطة و لما ذا ينادي هناك بعضهم بعضا و هنا ليس كذلك إلا في مواطن مخصوصة لأن القيامة على صورة الدنيا سواء غير إن الحاكم هنالك هو الواحد بارتفاع الوسائط و هنا هو الحاكم الواحد بعينه لكن بالوسائط ليفرق بين الدارين كما فرق بالجنة و النار بين القبضتين و فيه علم من تحكم على اللّٰه من أين تحكم و ما الذي أجرأه على ذلك هل صفة حق أو صفة جهل و فيه علم العناية الإلهية بالجبارين المتكبرين و فيه علم ما عصم اللّٰه من الأسماء الإلهية لما ذا عصمته و ما لم يعصمه من الأسماء الإلهية كاسمه الأحد و لا يتجلى في هذا الاسم و لا يصح التجلي فيه و لا في الاسم اللّٰه و ما عدا هذين الاسمين من الأسماء المعلومات لنا فإن التجلي يقع فيها و فيه علم الحركة في عين السكون و فيه علم الاشتراك بين المؤمن و العالم في أي حضرة يكون ذلك و بما ذا يتميزون و هل ينال المؤمن درجة العالم و ما يقبله من جهة الخبر الصادق هل يلحق بذلك درجة العلماء أم لا و هل الدليل على تصديق الرسل في ادعائهم أنهم رسل ينسحب في الدلالة على ما جاءوا به من الأخبار و الأحكام أو يفتقرون إلى دليل آخر أو يكونون علماء مع كونهم مقلدين و فيه علم الدور في كون الداعي يكون مدعوا لمن دعاه بحكم التعارض و فيه علم حكم طلب النجاة في العالم كله بالطبع و لكن تجهل و من هو الصنف الذي يعلمها من العالم و ما هي النجاة و فيه علم علامة كل داع و ما يدعو إليه من الأسماء الإلهية و فيه علم الوقت الذي يلقى الإنسان فيه ما في يده و لا يعتمد عليه و يسلم إلى اللّٰه جميع أموره و فيه علم الجين و إعادة السهام على راميها و قد عاينت هذا النبال بمدينة تلمسان من عالم بصنعة الرمي و إنشاء القسي و النبال فرأيته يرمي بالسهم فإذا انتهى السهم إلى مرماه عاد إلى الرامي وحده فكان ذلك لي عبرة في كون الأعمال ترجع على عامليها و فيه علم ما يتنزل منزلة الزمان و ليس بزمان و فيه علم التنازع بعد حكم الحاكم و ما سببه إذ لا أثر له في رد الحكم و فيه علم مراتب الشهود من الحاكم و ترك الحاكم حكمه بما يعلم و يحكم بقول الشهود و ما سبب وضع ذلك في العالم و لكن ليس ذلك عندنا إلا في الأموال لا في النفوس و لا في إقامة الحدود و فيه علم ما لا يجوز تأخيره لمسيس الحاجة إليه و ما فائدة البيان الذي وضع لحصول العلم



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